मेरा मंत्रिमंडल...



मेरा मंत्री मंडल होगा ऐसा,
जिसे देखकर
पंचशील का बैठ. जाये भैंसा !
न उसमे साम्यवाद होगा, न समाजवाद,
न पूँजीवाद होगा, न मूंजिवाद,
वादविवाद से रहित, व्यवस्था से मुक्त
हमारी निर्विकार सरकार
अफसर इस पार, अफसर उस पार.
हमारे प्रधान मंत्री होंगे कविवर फक्कर जी
ईंधन मंत्री होंगे श्री लक्कर जी
खाद्य मंत्रालय को सुशोभित करेंगे डॉ. पकोड़ा जी
रक्षा मंत्री के आसन पर बिराजेंगे हथोडा जी
जो एक ही प्रहार में फोड़ देंगे दुश्मन की खोपड़ी
तोड़ देंगे दांत.
फिर भी न मरेगा तो खींच लेंगे आंत
फक्फका जी रेलमंत्री
धकधका जी जेल मंत्री
शिक्षा विभाग के लिए कविवर बुध जी बिलकुल फिट हैं
नाम ही उनका ऐसा है, वैसे 'डिप्टी लिट.'हैं
अपनी सुकृतियों से साहित्य का भंडार भर चुके है
महामूर्ख सम्मेलन का समापतित्व कर चुके हैं
वितमंत्री के लिए नज़रबट्टू जी ध्यान में आते हैं
कविता पाठ करने से पूर्व
चौदह केरट की स्वरण भस्म खाते हैं
सुचना और प्रसारण के लिए
सब दोषों से मुक्त
महाकवि भोंपूजी उपयुक्त
सेवा और परमार्थ के नशे में चूर रहते हैं
साहित्य और संगीत कला से
दो हजार किलो मीटर दूर रहते हैं
स्वास्थ्य -मंत्रालय पर सवार होंगे
कवी लम्बोदर लट्टी
आपकी जठराग्नि इतनी प्रबल है
जैसे अणु-लट्टी
प्रात: कालीन नाश्ते में ढाई सेर जलेबियाँ खाते हैं
चिन्नी को चबाते नहीं साबुत निगल जाते हैं
परिवहन मंत्री सुनिश्चित है अड़ियल जी
अनुभवी पुराने हैं ड्राइवरी कर चुके है
दो दर्जन कुत्ते और आठ व्यक्ति मर चुके हैं
गृहमंत्रालय के लिए स्थान खाली है
क्यूंकि यह स्थान है आरक्षित
और यहाँ कोई नहीं है उपस्थित

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