"संता मास्टर जी-तुम लेट क्यों हुए?
बंता-एक आदमी का नोट गुम हो गया था
संता-तो तुम क्या ढुंढने में मदद कर रहे थे|
बंता-नहीं मैं तो उसके जाने का इंतज़ार कर रहा था|
संता -क्यों ?
बंता-क्यूंकि नोट मेरे पैर के नीचे दबा था|"
"संता और बंता पड़ोसी थे और दोनों की बिलकुल नही जमती थी
संता रोज़ भगवान् से प्रार्थना किया करता था
एक दिन उसकी भक्ति से खुश हो कर भगवान् प्रकट हुए
और बोले
तुम जो मांगोगे तुम्हे वो सब मिलेगा
लेकिन उस से दुगना तुम्हारा पड़ोसी बंता को मिलेगा
मांगो क्या मांगते हो?
संता मैं थोड़ी देर सोचा ,फिर बोला
भगवान्,मुझे अधमरा कर दो..."
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